स्थानीय निकायों की भागीदारी निर्वाचित प्रतिनिधियों और नगर निकाय कर्मियों के बीच समन्वय बनाना 2.0 योजना का मुख्य उद्देश्य
अनपरा/सोनभद्र। नगर पंचायत अनपरा के चेयरमैन विश्राम प्रसाद बैसवार व अधिशासी अधिकारी अर्पणा मिश्रा के मार्ग दर्शन में नगर पंचायत अनपरा के निर्वाचित सभासदो को प्रथम चरण में 8 सदस्यों को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए लखनऊ भेजा गया।सभासद दो दिवस प्रशिक्षण लेकर शनिवार को अनपरा लौट कर अपना अनुभव साझा करते हुए बताते की अमृत 2.0 योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसका उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का सुधार करना और जल आपूर्ति, जल निकासी,और सीवेज प्रबंधन को बेहतर बनाना है। यह योजना 2026 तक चलने वाला है। इसमें विशेष जोर शहरी क्षेत्रों में जल सुरक्षा,सतत विकास और आर्थिक विकास पर है। उत्तर प्रदेश में अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत नगर निकायों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने और स्थानीय निकायों की क्षमता निर्माण करना है।अमृत 2.0 के तहत जल आपूर्ति,सीवेज और शहरी विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।सतत जल प्रबंधन के लिए समाधान प्रदान करना। जल प्रबंधन,वर्षा जल संचयन और अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण के आधुनिक तकनीकी समाधानों का उपयोग।शहरी निकायों को बजट प्रबंधन,रिपोर्टिंग और मॉनिटरिंग के लिए प्रशिक्षित करना है।जिसमें स्थानीय निकायों की भागीदारी निर्वाचित प्रतिनिधियों और नगर निकाय कर्मियों के बीच समन्वय। समुदाय आधारित परियोजनाओं का कार्यान्वयन।के साथ साथ पर्यावरण और सतत विकास,हरित शहरीकरण को बढ़ावा देना है। ऊर्जा बचत और कार्बन उत्सर्जन में कमी,उत्तर प्रदेश सरकार और शहरी विकास विभाग नगर निकायों को इस योजना के तहत प्रोजेक्ट्स लागू करने के लिए प्रशिक्षित कर रहे हैं। जिसमें राज्य स्तरीय शहरी संस्थान एसयू एलएम के माध्यम से निर्वाचित नगर निकाय प्रतिनिधियों के लिए मॉड्यूल आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है।इसमें संभावित लाभ में शहरी क्षेत्रों में जीवन स्तर में सुधार,जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना। स्वच्छ भारत और स्मार्ट सिटी मिशन के साथ तालमेल बनना मुख्य उद्वेश्य है।इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले मुख्य रूप से नगर पंचायत अनपरा के सभासद राम विशाल दुबे,शिव प्रकाश श्री,प्रीति कुमारी,राम नरेश वैसवार,उर्मिला देवी,राकेश वैसवार, आदि लोग मौजूद रहे।