अनपरा/सोनभद्र।अवधूत भगवान राम स्नातकोत्तर महाविद्यालय अनपरा में पर्यावरण संचेतना पर डाॅ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम के दर्शन को केन्द्र में रखते हुए दो दिवसीय बहुविषयक कार्यशाला तथा विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। ध्यातव्य है कि विगत दिनों पच्चीस नवंबर,2024 से एक दिसम्बर, 2024 तक दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर पाँचवें और अन्तिम चरण की वार्ता आयोजित हुई जिसमें संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के एक सौ सैंतीस से अधिक देशों ने वैश्विक प्लास्टिक संधि पर आम राय बनाने का संकल्प लिया गया तथा 2025 तक दुनिया के सभी देशों के हस्ताक्षर प्राप्त करने में भारत प्रतिनिधि भूमिका में रहा। अवधूत भगवान राम स्नातकोत्तर महाविद्यालय अनपरा के प्रांगण में आयोजित वृहद् विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य प्रतिपाद्य हमारा पर्यावरण हमारा भविष्य रहा। इस प्रदर्शनी में अनपरा सहित आस-पास के सभी माध्यमिक विद्यालयों को कार्यशाला तथा विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने हेतु आमन्त्रित किया गया था जिसमें सभी प्रमुख तथा विशिष्ट विद्यालयो की लगभग 50 टीमों ने अपने माॅडल्स के साथ प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के तकनीकी चरण का आयोजन महाविद्यालय के अवधूत सिंह शावक राम बहुउद्देशीय सभागार में किया गया जिसके मुख्य अतिथि प्रख्यात भौतिक विज्ञानी प्रो.देवराज सिंह रहे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मील अनपरा पाॅवर लिमिटेड के आपरेशन और मेण्टिनेन्स हेड सन्तोष कुमार दुबे रहे। मुख्य अतिथि प्रो.देवराज सिंह ने कलाम स्मृति सम्भाषण में परमाणु वैज्ञानिक तथा भारत में मिसाइल कार्यक्रम भारत के जनक,प्रख्यात दार्शनिक शिक्षाशास्त्री भारत रत्न डाॅ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को याद करते हुए उनकी पर्यावरण संचेतना को उद्धृत करने वाले अन्तिम अभिभाषण का जिक्र किया जिसका विषय क्रिएटिंग ए लिवेबल प्लैनेट अर्थ था।आपने विज्ञान की विविध विधाओं कर चर्चा करते हुए कहा कि पृथ्वी और उसका पर्यावरण एक अविश्वसनीय संसाधन हैं जो हमें वह सब कुछ प्रदान करते हैं,जिसकी हमें आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि श्री सन्तोष कुमार दुबे ने सह शैक्षणिक कार्यक्रमों में समाज की भूमिका का वर्णन किया तथा अपने अध्ययन काल की स्मृतियों को महाविद्यालय में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी से जोड़ा। तकनीकी सत्र के अन्त में विज्ञान प्रदर्शनी में लगे सभी माॅडलों के मूल्यांकन का परिणाम घोषित किया गया जिसमें जूनियर वर्ग में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर डाॅ.अम्बेडकर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज, अनपरा सोनभद्र तथा बराबर के अंक प्राप्त कर सन्त ए.बी.आर.पब्लिक स्कूल,रेनूकूट तथा राजकीय इण्टर मीडिएट कालेज अनपरा तृतीय स्थान पर रहे। वहीं डीएवी ककरी तथा आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल,रेणुसागर सान्त्वना पुरस्कार के हकदार रहे।वरिष्ठ वर्ग में अवधूत भगवान राम स्नातकोत्तर महाविद्यालय की सर्केडियन रिद्म पर कृत्रिम प्रकाश के प्रभाव को प्रदर्शित करता माडल प्रथम,भूकम्प अलार्म का माडल द्वितीय तथा मशरूम उत्पादन का माडल तृतीय स्थान पर रहा। कार्यक्रम में प्रथम,द्वितीय,तृतीय तथा सान्त्वना स्थान प्राप्त सभी प्रतिभागी सदस्यों को स्वर्ण पदक,रजत पदक,ताम्र पदक,प्रमाण पत्र तथा तथा शील्ड दे कर सम्मानित किया गया तथा सभी विद्यालयों से आए प्राध्यापकों तथा प्रधानाचार्य एवं प्रधानाचार्य प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह तथा मानवर्धक दैनन्दिनी दें कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आए अतिथियों का स्वागत भाषण प्राचार्य डॉ.अजय विक्रम सिंह ने किया तथा विषय प्रवर्तन आयोजन सचिव तथा वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डाॅ.नीलकण्ठ मिश्र,धन्यवाद ज्ञापन संयोजक डाॅ.राजेश कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषा की विदुषी आचार्य डाॅ. अर्चना मिश्रा ने किया। माडल्स का मूल्यांकन डाॅ.मुकेश कुमार गुप्त,डाॅ.अतुल जोशी तथा रावेन्द्र अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्राध्यापिकाओं सुश्री निहारिका सिंह,सुश्री श्वेता अग्रहरी,श्रीमती माधुरी मिश्रा,सुश्री श्रुति,श्रीमती नीलिमा जोशी,डाॅ.सुनीता सिंह आदि का विशेष सहयोग रहा। महाविद्यालय के वरिष्ठतम आचार्य डाॅ.अजय कुमार सिंह की उपस्थिति और नेतृत्व में पूरे महाविद्यालय परिवार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया।