सोनभद्र/अनपरा। राष्टीय जन उधोग व्यापार संगठन (उ.प्र) जिला सोनभद्र के अध्यक्ष गोपाल दास गुप्ता ने नगर पंचायत अनपरा में भ्रष्टाचार व अनियमितता का आरोप लगाते हुए डीएम व नगर विकास मंत्री को पत्र भेजा है। पत्र में 11 बिंदुओ पर प्रकाश डालते हुए लिखा गया है कि नगर पंचायत अनपरा को उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा नगर पंचायत का गौरव प्राप्त है। अधिशासी अधिकारी और नगर पंचायत अध्यक्ष जो की अस्वस्थ रहते हैं जिनका पुरा कार्यभार उनके पुत्र के द्वारा किया जा रहा है। दोनो के मिली भगत से भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। सुचना के अधिकार के तहत मांगे गए सुचना को भी अधिशासी अधिकारी द्वार नहीं दिया जाता है। नगर पंचायत अनपरा में हो रहे विकास कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर आपका ध्यान आकर्षित करना है कि
1-नगर पंचायत अनपरा में अलग अलग वार्डों में हो रहे सिसी रोड और नालियों में मानक के अनुसार सामग्री का प्रयोग नहीं किया गया तमाम सभासदों के विरोध के बावजूद गुणवत्ता विहिन कार्यों का भुगतान कर दिया गया जिसकी निष्पक्षता पुर्वक जांच किया जाना नितांत आवश्यक व जन हित में है।
2-नगर पंचायत में संविदा कर्मियों की भर्ती वगैर किसी योग्यता व पुलिस सत्यापन के और एक जाति विशेष तथा नात रिश्तेदारों को भर्ती कर लिया गया। जिसका निष्पक्षता पुर्वक जांच हुआ तो कयी चौंकाने वाले तथ्य सामने आयेंगे।
3-जी एम पोर्टल से नगर पंचायत के द्वारा जीन वस्तुओं की खरीद की गई उसमें भी जम कर घोटाला किया गया है जिसका जांच किया जाना नितांत आवश्यक है।
4- नगर पंचायत अनपरा में जिन जिन गांवों का विलय किया गया उनके प्रधानों द्वारा खरीदी गई वस्तु निवर्तमान प्रधानों से क्या क्या और कितना लिया इसका कोई भी जानकारी अधिशासी अधिकारी के द्वारा नहीं दिया जा रहा है।जो जांच का विषय है।
5-अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए नगर पंचायत अनपरा में पिछले वर्ष सभी 21 वार्डों के नाली सफाई का टेंडर निकाला गया जिसमें कही यह अंकित नहीं था कि कहां से कहां तक कितनी सफाई किया जायेगा और निकले वाला मलवा कहां फेका जायेगा इसका कोई जिक्र नहीं है बस सफाई के नाम पर वार्ड वाइज धन आवंटित कर दिया गया।जिसे पुर्ण विश्वास से कहा जा सकता है कि किलो मीटर में बनी नालियों कि सफाई हजारों में नहीं किया जा सकता।और हुआ भी वही बजबजाती नालियां और परेशान नागरिक इसके जिते जागते सबुत है।
6-नगर पंचायत अनपरा में लगे इस्ट्रीट लाइट मास्क लाइट में भी जमकर भ्रष्टाचार का खेल हुआ है लाइटों के लिए जो केविल डाली गई है ओ जमीन के उपर दिख रही है जो कभी भी जान लेवा साबित हो सकती है।पुरे पंचायत में आधे से ज्यादा लाइट बंद है और जो जल रहा है ओ दिन रात जल रहा है जिसे कोई देखने वाला नहीं है।
7- नगर पंचायत अनपरा में चलने वाली गाड़ियों का लाग बुक कभी नहीं भरा जाता कौन गाड़ी कितना चली और कितना डीजल ख़र्च हुआ इसका कोई लेखा जोखा नहीं है। पंचायत कि आधे से ज्यादा गाड़ियां सर्विस के अभाव में खड़ी है जगह जगह डस्टबीन रिक्सा खड़े खड़े सड़ रहे हैं जिसका सुध लेने वाला कोई नहीं है।
8-इतनी भीषण गर्मी के बावजूद कहीं भी मच्छर रोधी दवा और नहीं धुये के मशिन का प्रयोग किया गया। सड़कों पर उड़ते धुल इस बात को चिख चिख कर गवाही दे रहे हैं कि लाखों कि लागत से खरीदी गई स्वाइप मशीन गाड़ी कहां और कब चलती है शायद ही कोई देखा हो।
9-नगर पंचायत अनपरा में नगर पंचायत अध्यक्ष के पुत्र का दखलंदाजी तत्काल प्रभाव से रोका जाना नितांत आवश्यक और जनहित में होगा।
10- नगर पंचायत अनपरा में आम जन मानस जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए महिनो से कार्यालय का चक्कर काट रही हैं। बेपरवाह कर्मचारियों अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
11- भ्रष्टाचार का आलम यह है कि वगैर स्थलीय निरीक्षण किए विकास कार्यों का आवश्यकता से ज्यादा बजट बनाकर सरकारी धन का जमकर बंदरबाट किया जा रहा है। इतना ही नहीं विकास कार्यों के लिए निकलने वाले संविदा को बंद कमरे में बैठकर मनचाहे ठेकेदारों को देकर विकास कार्यों के मानक की धज्जियां उड़ाई जा रही है। और धन का बंदरबांट किया जा रहा है जो जांच का विषय है।
1से 11 तक सभी विंदूओ पर गंभीरता पुर्वक जांच कर नगर पंचायत अनपरा में हो रहे ब्यापक भ्रष्टाचार गुणवत्ता विहिन कार्यों को रोका जाना नितांत आवश्यक है। अधिशासी अधिकारी व पंचायत अध्यक्ष के भ्रष्टाचारो
से जहां एक ओर प्रदेश के योगी सरकार की छबि धुमिल हो रही है। वहीं दुसरी ओर भ्रष्टाचारियों का हौसला बुलंद हैं।
यदि समय रहते उक्त विषयों पर गंभीरता पुर्वक जांच कर दोषियों को दंडित नहीं किया गया तो ब्यापार मंडल आंदोलन के लिए बाध्य होंगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।