सोनभद्र। म्योरपुर ब्लॉक क्षेत्र के रनटोला में ग्राम पंचायत खैराही से रविवार को मेढक की बारात ढोल बाजे के साथ रनटोला पहुंचा। तो आदिवासी महिलाओं और पुरुषों ने जम कर ठुमके लगाए और इंद्र भगवान को खुश करने के लिए गीत गाया। गांव के बैगा को संबोधित करते हुए महिलाओ ने यह गीत गाया सुखत्त हवे खेती बारी,सूखे लगिन्न खेत री..बरात के साक्षी बने ग्राम प्रधान दिनेश जायसवाल ने मेढक के बरात के साथ आए बारातियों का स्वागत किया और खैराही के प्रधान प्रतिनिधि सीता राम ने बारात की ओर से अभिनंदन स्वीकार किया। बारातियों ने बताया कि मेढक मेढकी की शादी कराने से इंद्रदेव खुश होते है ऐसी मान्यता है,ऐसा करने से और वर्षा होती है। बारातियों और घारतियो ने मेढकी की शादी आदिवासी रितिरिवाज के साथ किया और ढोल बाजे के थाप पर महिलाओ ने नृत्य कर गीत गाए। मेढकी को दुल्हन की तरह सजाया गया और दूल्हे के साथ फेरे लगाए गए। इसके पूर्व दूल्हे और बारातियों ने देव स्थली पर माथा टेका और होम ,सकला कर इष्ट देव की पूजा किया। इस अनोखे बरात में सैकड़ो की संख्या में पहुंच लोगो ने बारिश होने के किये प्रकृति और इंद्र भगवान से प्रार्थना कर दुआ मांगी।मौके पर सुनीता,लक्ष्मण राम,फूलमती,भगवान सिंह सरिया,हीरामती,आदि सैकड़ों बाराती घराती उपस्थित रहे।
dsandesh:बारिश ना होने से चिंतित ग्रामीणों ने किया टोटका,मेढक मेढकी की शादी में जम कर थिरके लोग
byडी.डी.यादव,(प्रधान संपादक)
-
0