dsandesh:लीज की आड़ ले खनन कर बेच दिया काश्त का बालू,उठी जांच की मांग


गाटा/खसरा संख्या 613 के विभिन्न कास्तकारों की मिलीभगत चला खेल,
लगभग 8 बीघा काश्त से लीज धारक अवैध रूप  से खोदा है बालू
सोनभद्र/म्योरपुर। पिपरडीह लीज धारक ठीकेदारों का एक नया कारनामा सामने आया है यहां कनहर नदी में ग्राम पिपरडीह एवमं कोरगी के गाटा संख्या 871 एवमं 518 ग पर चल रहे लीज का आड़ ले नदी में स्थित काश्तकारी भूमि गाटा संख्या 613 से लगभग 8 बीघा भूमि से खननकर्ताओं ने बालू निकाल कर बेच दिया,काश्तकारों का विरोध ना हो इसके लिए उन्हें कुछ धन का लालच दे कर उन्हें चुप करा दिया,बताया जाता है।कि  गुलालझरिया निवासी दो काश्तकारों के  पुत्रियोँ के नाम 613क,613ख व 613 घ जमीन है तीनों पुत्रियां फिलहाल में गोरबी कुड़वा व निगाही में रहती है।खननकर्ताओं ने गांव के ही एक काश्तकार को एक बिचौलिया बनाया और उसी के माध्यम से अन्य काश्तकारों के जमीन से बालू निकालने की सहमति ले ली और उक्त आराजी नम्बर से खूब बालू खनन किया,इसका खुलासा तब हुआ जब ग्रामीणों से ठीकेदार के लोगों को पिपरडीह गाँव होकर बालू निकालने को लेकर तनातनी हुई। और ग्रामीण इसको लेकर एक दूसरे से चर्चा करने लगे| कोरगी व पिपरडीह बालू साइट पर खनन अनियमितताओं की चर्चा  तो खूब होती है और अख़बार की सुर्खियां बनने पर  बराबर जांच भी खानापूरी के लिए किया जाता है। लेकिन इस काश्तकारी भूमि पर लीज की आड़ में बालू खनन का मामला अब जाकर खुला जब ग्रामीण एक दूसरे से चर्चा करने लगे| पिपडीह के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुरेंद्र कुमार से इस बावत जनाकारी ली गयी तो उन्होंने काश्त की भूमि से बालू खनन होने की बात बताई,पूछने पर की इसकी शिकायत कही की तो उन्होंने बताया कि क्या शिकायत करेंगे कुछ होना जाना है ही नही|वहीं काश्त की भूमि से बालू निकालने के बावत जब हल्का के लेखपाल प्रवीण कुमार से वार्ता की गयी कि तो बताया कि इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दी गयी है लेकिन कार्रवाई उन्हें ही करना है। पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने लीज के आड़ में बिना पट्टा काश्त भूमि से खनन किये गए बालू की जांच की मांग उठाई है। आरोप लगाया कि उक्त काश्त के 8 बीघा भूमि से हजारों ट्रक बालू अवैध खनन कर बेच दिया गया जिससे सरकार की करोड़ो रूपये राजस्व की क्षति हुई।

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