सोनभद्र। अनपरा में मंगलवार को आस्था का जन सैलाब सड़कों पर उमड़ा,मौका था महावीरी झंडा महोत्सव का। महावीरी झण्डा यात्रा में तीन दर्जन झांकियां, इतने ही डीजे और साथ में हजारों की सांख्य लोग। जय जय भवानी,जय श्रीराम,हर हर महादेव जय श्री कृष्ण,आदि उद्घोष करते हुए लोगों ने बुढ़वा मंगल के दिन निकलने वाले इस महावीरी झंडा यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया।पूरा परिक्षेत्र महावीरी झंडे से पट गया है।अनपरा बाजार के सोनारी गली में स्थित दुर्गा मंदिर सहित दस अन्य देवी मंदिरों से एक साथ निकले झंडा यात्रा में शामिल हजारों श्रद्धालुओं को देख प्रशासन के सख्त कानून व्यवस्था और सैंकड़ों वॉलंटियरों की फौज ने प्रशासन के काम को आसान बना दिया।
इस दौरान श्रद्धालुओं का उत्साह तथा उमंग देखने लायक था। अनपरा के अलावा दुराशनी मंदिर औड़ी,काशीमोड़, डिबुलगंज दुर्गा मंदिर, परासी दुर्गा मंदिर,ककरी कालोनी,रेनुसागर आदि जगहों से भगवा महावीरी झंडा लिए हजारों की संख्या में लोगों ने महावीरी झण्डा यात्रा में सामिल हुए। बुढ़वा मंगल होने के चलते लोगों ने एक दूसरे को रंग तथा गुलाल से सराबोर कर दिया। झांकियों में कहीं भगवान शिव तांडव नृत्य कर रहे थे,तो कहीं भगवान राम की वानरी सेना के विभिन्न पात्र अनेकों अस्त्र-शस्त्र से अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे थे। जय श्रीराम के गगनभेदी उद्घोष के साथ डीजे की धुन पर थिरकते हुए हनुमान भक्त पूरे माहौल को भक्तिमय कर रहे थे। अनपरा बाजार से निकले जूलूस पर गलियों तथा सड़कों से फूल बरसाए जा रहे थे,लोग इत्र की बौछार कर रहे थे, जगह-जगह शरबत तथा अन्य पेय तथा खाद्य पदार्थों की व्यवस्था की गई थी। जूलूस अनपरा कॉलोनी शिव मंदिर से होते हुए काशीमोड़ तथा औड़ी मोड़ होता हुआ गुजरा। औड़ी तिराहे पर अनपरा थाने के पास श्रद्धालुओं को शरबत पिलाया गया। औड़ी में ही संपदा टायर के पास सभी लोगों के जलपान तथा भोजन की व्यवस्था थी। इसके बाद जूलूस अनपरा मोड़,रेणुसागर,ककरी होते हुए फिर अनपरा में पर आकर समाप्त हुआ।
सुरक्षा-व्यवस्था के लिए पिपरी सर्किल की पुलिस तथा एक कंपनी पीएसी के जवान लगे रहे,लेकिन वालंटियरों की अनुशासन के चलते इन्हे खास मशक्कत नहीं करना पड़ा। हर वर्ग के लोगों ने की शिरकत महावीरी जूलूस में हिंदुओं के अलावा अन्य वर्ग के लोग मुस्लिम,सिख तथा ईसाईयों ने भी बड़ी संख्या में शिरकत की। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अनपरा बाजार में साथ मिलकर जूलूस में शामिल लोगों को मिठाई खिलाकर पानी पिलाया। इसके अलावा महावीरी झण्डा यात्रा के रास्ते में जगह जगह नाश्ता जलपान की व्यवस्था समाजसेवियो द्वारा किया गया था।