अनियमितता सम्बन्धी निर्णय लेते हुए योजनान्तर्गत निहित दिशा-निर्देशों के अनुरूप आर्थिक दण्ड अधिरोपित किया जाये-मुख्य कार्यपालक अधिकारी
सोनभद्र।जनपद सोनभद्र के सदर ब्लॉक के देवरी खुर्द गांव की राधिका पत्नी रामेश्वर जो आयुष्मान/अंत्योदय कार्ड धारक है और खुद कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रही है।बता दें कि राधिका का इलाज महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर(यूनिट ऑफ टाटा मेमोरियल) वाराणसी से चल रहा था। राधिका के पुत्र सुजीत तिवारी ने आयुष्मान हेल्प सेंटर पर जब राधिका का आयुष्मान कार्ड दिखाया तो वहां के कर्मचारियों द्वारा उन्हें बरगलाया गया और बताया गया कि आयुष्मान कार्ड में कुछ गड़बड़ी है,फिर मरीज को लेकर सुजीत जनपद सोनभद्र सीएमओ कार्यालय के आयुष्मान सेंटर पर पहुंचे जहां जिले की कमान संभाल रहे जिम्मेदारों ने कहा कि आयुष्मान कार्ड सही है। और यह हर जगह काम करेगा।एक तो सुजीत की माँ की हालत गम्भीर थी उसपर मानवता को शर्मशार करते हुए दोनों जगह से इन्हें खूब दौड़ाया गया। जिससे सुजीत मानसिक रूप से काफी परेशान हुए और इन सब मानवता के दुश्मनों से तंग आकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर कम्प्लेन किया। तब हॉस्पिटल के आयुष्मान डेस्क पर बैठे कर्मचारियों ने कार्ड से इलाज की बात स्वीकार की। उधर सुजीत की मां राधिका के बच्चेदानी के कैंसर का ऑपरेशन होना था जिसकी डेट डॉक्टर द्वारा निर्धारित की जा चुकी थी। सुजीत की माँ का ऑपरेशन सुरु हो चुका था अस्पताल प्रशासन द्वारा लगातार आश्वासन दिया जा रहा था कि ऑपरेशन का पूरा खर्च आयुष्मान कार्ड द्वारा वहन किया जायेगा।लेकिन पूरा ऑपरेशन हो गया और सुजीत से एक-एक करके लगभग अस्सी हजार रुपये हॉस्पिटल ने जमा करवा लिए।एक तो गरीबी की मार ऊपर से माँ का ऑपरेशन वो भी ब्याज के पैसे से और दूसरी तरफ से जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली सरकार जो सिर्फ कहती है। कि सरकार की छवि को धूमिल करने वाले और पात्रों को योजनाओ से वंचित कर देने वाले गैर-जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी। सबसे क्षुब्ध होकर अपनी सारी आपबीती और दवा का बिल बाउचर पत्र के माध्यम के साथ चोपन निवासी जनसेविका सावित्री देवी के संज्ञान में आया उसके बाद सावित्री देवी ने पूरे मामले में माननीय प्रधानमंत्री, माननीय मुख्यमंत्री को सभी बिल बाउचर भेजकर कार्रवाई हेतु आग्रह किया गया। उसके बाद कार्यवाही शुरू हुई। जिसमे माननीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेन्टर जनपद-वाराणसी को आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनान्तर्गत लक्षित लाभार्थी मरीज का सशुल्क इलाज किये जाने से सम्बन्धित है। जो अनियमितता की श्रेणी में प्रथम दृष्टया संज्ञानित की जाती है। मुख्य चिकित्साधिकारी के संदर्भित पत्र एवं संलग्न बिलो की प्रति आपके सुलभ संदर्भन हेतु संलग्न करते हुए इस आशय के साथ प्रेषित है। कि कृपया विलम्बतम दिनांक 27 दिसम्बर तक अपना पक्ष स्टेट हेल्थ एजेन्सी को उपलब्ध करायें। कि क्यों नहीं प्रकरण पर अनियमितता सम्बन्धी निर्णय लेते हुए योजनान्तर्गत निहित प्राविधानों/दिशा-निर्देशों के अनुरूप आर्थिक दण्ड अधिरोपित किया जाये।नियम है की आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनान्तर्गत मरीज का निःशुल्क उपचार निर्धारित पैकेज के समनुरूप किया जाना होता है। पैकेज न होने की स्थिति में योजनान्तर्गत निर्गत दिशा-निर्देश के अधीन अन्स्पेरिफाइड प्रोसीजर 100 हेतु चिकित्सालय प्री-ऑथ रेज करता है। एवं अन्स्पेरिफाइड प्रोसीजर यू100 में अनुमन्य धनराशि के अन्तर्गत मरीज का निःशुल्क उपचार किया जाता है।इस पूरे मामले में सावित्री देवी ने कहा की इस तरह की स्थिति पूरे जनपद में कुछ सरकारी व कुछ प्राइवेट अस्पतालों द्वारा कभी ईलाज ना करना या कभी लाभार्थी को परेशान कर के सरकार को बदनाम किया जा रहा हैं। जिस संबंध में केंद्र व राज्य सरकार के स्वास्थ विभाग को सक्रिय होना पड़ेगा और कठोर कार्यवाही करना पड़ेगा।